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सेफ्टी से लेकर ट्रैफिक तक

कुमार गौरव अजीतेन्दु चूहों से बचाएगा यह एप चूहे अक्सर हम सब को परेशान करते हैं। कोल्ड स्टोर जैसी जगहों पर ये समस्या और ज्यादा हो जाती हैं। इसे देखते हुए जीजेयू के इलेक्ट्रॉनिक विभाग के फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स ट्विंकल और दीपक डांगी ने कोल्ड स्टोरेज मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार किया है। अगर फ्रिज में […]
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कुमार गौरव अजीतेन्दु
चूहों से बचाएगा यह एप
चूहे अक्सर हम सब को परेशान करते हैं। कोल्ड स्टोर जैसी जगहों पर ये समस्या और ज्यादा हो जाती हैं। इसे देखते हुए जीजेयू के इलेक्ट्रॉनिक विभाग के फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स ट्विंकल और दीपक डांगी ने कोल्ड स्टोरेज मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार किया है। अगर फ्रिज में चूहे, सांप या कोई अन्य जानवर घुसता है तो इसका पता फोन से लगा सकते हैं। यही नहीं, आग व शॉर्ट-सर्किट का भी पता लगाया जा सकता है और फ्रिज के अंदर के टेंपरेचर को कंट्रोल करके फल सब्जियों को खराब होने से भी बचाया जा सकता है। खास बात यह कि इसे सिर्फ 5 हजार रुपए की लागत से तैयार किया गया है। इस सिस्टम में आरडूनो मॉड्यूल एक माइक्रो कंट्रोलर है। यह सेंसर मॉड्यूल से इनपुट लेता है, जो भी डाटा एकत्रित करता है उसे प्रोजेक्ट पर लगी एलसीडी पर दिखाता है। इसमें किसी कोल्ड स्टोरेज सिस्टम के टेंपरेचर समेत मूवमेंट का डाटा एलसीडी पर दिखेगा। साथ में आपके फोन के एप में दिखने के साथ डाटा अपडेट होता रहेगा। ऑटोमेटिक मोड के ज़रिए एग्जोस्टिक फैन ऑन हो जाएगा। मेनुअल मोड के ज़रिए टेंपरेचर सेट कर सकते हैं। पीआईआर सेंसर से फ्रिज, कोल्ड स्टोरेज सिस्टम के अंदर की हलचल को डिटेक्ट किया जा सकता है। हलचल होते ही अलार्म बज जाएगा। इससे पता लग जाएगा कि फ्रिज के अंदर रखी चीजें सुरक्षित हैं या नहीं।
आसान नहीं अब फोन चुराना
भीड़भाड़ वाली जगहों पर जेब या बैग से मोबाइल का गायब हो जाना बहुत पाया जाता है। लेकिन अब स्वीडन की कंपनी एरिक्सन ने एक ऐसी टेक्नोलॉजी विकसित की है, जिसमें चोर जैसे ही किसी की जेब से मोबाइल चुराने की कोशिश करेगा, वह इतनी तेजी से वाइब्रेट करेगा कि उसे पकड़ना आसान नहीं होगा। इसके साथ ही लो फ्रिक्शन मोड में आ जाने के कारण इसकी सतह चिकनी हो जाएगी और लगातार वाइब्रेट करने के कारण इस पर पकड़ मुश्किल हो जाएगी। हालांकि, अभी यह टेक्नोलॉजी बाज़ार में नहीं आई है। एरिक्सन ने इस टेक्नोलॉजी को पेटेंट करवाने के लिए फरवरी में आवेदन किया था। इसमें मोबाइल को चोरी से बचाने के लिए बायोमीट्रिक, फिंगरप्रिंट और पहचान के लिए ऑप्टिकल सेंसर लगाए गए हैं। यह सेंसर अलग-अलग मोड पर काम करेंगे। लो फ्रिक्शन मोड के जरिये दिल की धड़कनों से यह भी पता लगाया जा सकता है कि यह मोबाइल मालिक का है भी या नहीं। इसे कोई दूसरा तो यूज़ नहीं कर रहा है। हाई फ्रिक्शन मोड में यह पता लगाया जा सकता है कि यह हाथ या जेब में है कि कहीं दूसरी जगह रखा है।
उबर फ्लाइंग टैक्सी का ऑफिशियल लुक
उबर ने अपनी नई फ्लाइंग टैक्सी को पहली बार दुनिया के सामने पेश कर दिया है, जिसमें लोगों को इसके इंटीरियर और फीचर्स देखने का मौका मिला। कंपनी का दावा हैै कि इसे 2023 में बाजार में उतारा जाएगा और 2021 से ही इसकी टेस्टिंग शुरू होगी। इससे पहले कंपनी ने इसके प्रोटोटाइप मॉडल को शोकेस किया था। बताया जा रहा है कि कि इसमें उड़ान भरना पारंपरिक हेलीकॉप्टर की तुलना में काफी सस्ता होगा। उबर एयर टैक्सी की पहली उड़ान को डालास, टेक्सास के साथ लॉस एंजेलिस में शुरू किया जाएगा। इसके बाद इसे अन्य देशों में शुरू किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके इंटीरियर को फ्रेंच एरोस्पेस कंपनी साफरान ने डिज़ाइन किया है। उबर की एयर टैक्सी में चार पैसेंजर्स के बैठने की सुविधा है, जो बिना किसी परेशानी के उन्हें डेस्टिनेशन तक पहुंचाएगा।
यह वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग करेगा जो पारंपरिक हेलीकॉप्टर से काफी अलग होगा। इसके साथ ही यह हेलीकॉप्टर से सुरक्षित, अफोर्डेबल और इको फ्रेंडली होगा। यूज़र इसे उबर एप से बुक कर सकेंगे, जैसे अभी टैक्सी बुक की जाती है। यह ऑल इलेक्टि्रक एयरक्राफ्ट 320 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम होगी और डेढ़ घंटे का सफर 30 मिनट में पूरा कर लेगी।

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